आप कविता पढ़ें
इस से पहले
ये ज़रूरी हो चुका है
कि कोई उस
कविता को जिए
फिर से नीलकंठ
उस गरल को पिए
और उस से
नीले नीले
शब्द उकेरे
और उन्हें कविता करके
आसमान पर फेरे
इस से पहले
ये ज़रूरी हो चुका है
कि कोई उस
कविता को जिए
फिर से नीलकंठ
उस गरल को पिए
और उस से
नीले नीले
शब्द उकेरे
और उन्हें कविता करके
आसमान पर फेरे
No comments:
Post a Comment